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सार
- अडाणी ग्रीन एनर्जी ने अब तक प्रदान की गई सबसे बड़ी सौर विकास बोली जीत ली
- कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में 90 करोड़ टन की कमी आएगी
- इस साल 10,000 मेगावाट क्षमता की निविदाएं और हासिल करने की उम्मीद
विस्तार
सेकी (पूर्व में सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) से मिले घरेलू विनिर्माण से जुड़ी सौर परियोजनाओं के आर्डर के तहत अडाणी एनर्जी 2,000 मेगावाट क्षमता के घरेलू सौर पैनल विनिर्माण संयंत्र लगाएगी। साथ ही 8,000 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा उत्पादन परियोजनाएं स्थापित करेगी।
कंपनी को बिजली संयंत्र से 25 साल की अनुबंध अवधि के लिए प्रति यूनिट (किलोवाट प्रति घंटा) 2.92 रुपये का नियत शुल्क मिलेगा। अडाणी ने कहा, ‘इतनी बड़ी क्षमता की यह दुनिया की सबसे बड़ी निविदा है जिसके लिए बोलियां मंगाई गई थी।’ इससे अडाणी ग्रीन को 2025 तक दुनिया की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी बनने के लक्ष्य के करीब पहुंचने में मदद मिलेगी।’
इस अनुबंध के साथ अडाणी ग्रीन के पास 15,000 मेगावाट क्षमता की नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन संपत्ति का पोर्टफोलियो हो जाएगा। गौतम अडाणी ने डिजिटल कॉन्फ्रेंस में कहा कि उसे इस साल 10,000 मेगावाट क्षमता की निविदाएं और हासिल करने की उम्मीद है। इससे कंपनी को 25,000 मेगावाट का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।
कुल 15 अरब डॉलर का अडाणी समूह ऊर्जा, कृषि कारोबार, रीयल एस्टेट, रक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में कार्यरत है। अडाणी ने कहा कि पहली 2,000 मेगाावाट उत्पादन क्षमता 2022 से शुरू होगी। इसके बाद 2025 तक हर साल 2,000-2,000 मेगावाट तक का इजाफा किया जाएगा।
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