प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : पेक्सेल्स
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर Free में
कहीं भी, कभी भी।
70 वर्षों से करोड़ों पाठकों की पसंद
लखनऊ के कोरोना मरीजों में करीब 12 फीसदी सुरक्षाकर्मी हैं। आरपीएफ-जीआरपी के बाद अब पीएसी के जवान इसकी चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक पुलिस के साथ अन्य सुरक्षाकर्मियों के अधिकारियों को पत्र भेजकर विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है।
राजधानी में अब तक 716 पॉजिटिव मिले हैं। इनमें 120 सदर इलाके के हैं। दूसरे स्थान पर सीएम हेल्पलाइन के कर्मचारी हैं, जिनकी संख्या 85 है। इनके परिवार के चार लोगों का आंकड़ा जोड़ दिया जाए तो संख्या 89 हो जाती है। वहीं, 88 की संख्या के साथ तीसरे स्थान पर आरपीएफ, जीआरपी और पीएसी के सुरक्षाकर्मी हैं।
24 मई को पहला जवान मिला था संक्रमित
बीते दिनों प्रवासियों की निगरानी को स्टेशन पर जीआरपी, आरपीएफ मुस्तैद थी। संक्रमित प्रवासियों के संपर्क में आने से इनके पॉजिटिव होने का सिलसिला शुरू हुआ। 24 मई को पहले जीआरपी जवान की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जीआरपी, आरपीएफ को मिलाकर यह आंकड़ा 43 पहुंच चुका है। इसमें पांच इनके परिवार के लोग हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने आरपीएफ, जीआरपी जवानों को मिलाकर 15 दिन में 490 लोगों के सैंपल लिए थे। बड़ी संख्या में सैंपलिंग, तत्काल होम क्वारंटीन कर देने का नतीजा रहा कि यहां से वायरस आगे नहीं बढ़ा। आरपीएफ, जीआरपी जवानों के पॉजिटिव आने का सिलसिला थमा था कि 11 जून को 20वीं बटालियन पीएसी का जवान संक्रमित निकला।
इसके बाद बटालियन के 100 लोगों के सैंपल लिए गए। हालांकि, सभी निगेटिव निकले। इसके बाद 14 जून को 47वीं बटालियन का जवान पॉजिटिव मिला। इस पर बटालियन के 67 लोगों के सैंपल लिए गए, जिनमें 43 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। आरपीएफ , जीआरपी और पीएसी के जवानों को मिलाकर सुरक्षाकर्मियों के पॉजिटिव होने का आंकड़ा 88 हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जीआरपी, आरपीएफ और पीएसी के एक-एक जवान में हल्के लक्षण मिले थे। किसी को बुखार था तो किसी को बदन दर्द। सूखी खांसी का लक्षण सिर्फ एक जवान में मिला था। इनके संपर्क में रहने वालों की जांच के दौरान जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, उनमें कोई लक्षण नहीं था। इसी वजह से पीएसी की बटालियन व अन्य सुरक्षाकर्मियों को सावधान रहने को कहा गया है।
ऐशबाग सहित अन्य इलाके खिसके
मरीज मिलने के मामले में सदर के बाद ऐशबाग दूसरे स्थान पर था। ऐशबाग और इससे सटे इलाके में 45 लोग पॉजिटिव मिल चुके हैं। हालांकि, सीएम हेल्पलाइन कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों के ग्राफ ने इन्हें पीछे छोड़ दिया है।
तत्काल सूचना देने को कहा गया
सुरक्षाकर्मियों से जुड़े विभाग के अधिकारियों को किसी में लक्षण मिलते ही तत्काल सीएमओ कार्यालय सूचना देने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम जिस इलाके में मरीज मिलते हैं, वहां जांच कराने से लेकर जन जागरूकता अभियान चला रही है। -डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ
सीएम हेल्पलाइन के आठ और कर्मचारियों व उनके दो परिजनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कुल मरीजों की संख्या 89 हो गई है। मंगलवार को संक्रमित मिले हेल्पलाइन कर्मचारियों में एक बीकेटी के रूदही तो दूसरा बरगदी गांव का है। सीएचसी बीकेटी के प्रभारी डॉ. केडी मिश्रा ने इनके घरवालों को होम क्वारंटीन की सलाह दी है। बुधवार को इनकी जांच होगी।
आलमबाग के तीन लोग निकले संक्रमित
आलमबाग के अमरुदिया बाग के तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। परिवार का एक सदस्य पहले संक्रमित मिल चुका है। इसी तरह अंसल एपीआई में रहने वाले दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एक आईआईएम रोड निवासी व कुर्सी रोड निवासी एक व्यक्ति भी संक्रमित निकला है।
व्यापारी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव
ठाकुरगंज के सआदतगंज निवासी व्यापारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बुखार आने पर उसने प्राइवेट पैथोलॉजी में जांच कराई थी। लोहिया संस्थान के एक मरीज की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
तीन पत्रकार भी निकले संक्रमित
गोमतीनगर निवासी एक चैनल के संचालक की रिपोर्ट दो दिन पहले पॉजिटिव आई थी। डालीबाग स्थित कार्यालय में काम करने वाले इस चैनल के तीन अन्य लोगों की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
लखनऊ के कोरोना मरीजों में करीब 12 फीसदी सुरक्षाकर्मी हैं। आरपीएफ-जीआरपी के बाद अब पीएसी के जवान इसकी चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक पुलिस के साथ अन्य सुरक्षाकर्मियों के अधिकारियों को पत्र भेजकर विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है।
राजधानी में अब तक 716 पॉजिटिव मिले हैं। इनमें 120 सदर इलाके के हैं। दूसरे स्थान पर सीएम हेल्पलाइन के कर्मचारी हैं, जिनकी संख्या 85 है। इनके परिवार के चार लोगों का आंकड़ा जोड़ दिया जाए तो संख्या 89 हो जाती है। वहीं, 88 की संख्या के साथ तीसरे स्थान पर आरपीएफ, जीआरपी और पीएसी के सुरक्षाकर्मी हैं।
24 मई को पहला जवान मिला था संक्रमित
बीते दिनों प्रवासियों की निगरानी को स्टेशन पर जीआरपी, आरपीएफ मुस्तैद थी। संक्रमित प्रवासियों के संपर्क में आने से इनके पॉजिटिव होने का सिलसिला शुरू हुआ। 24 मई को पहले जीआरपी जवान की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जीआरपी, आरपीएफ को मिलाकर यह आंकड़ा 43 पहुंच चुका है। इसमें पांच इनके परिवार के लोग हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने आरपीएफ, जीआरपी जवानों को मिलाकर 15 दिन में 490 लोगों के सैंपल लिए थे। बड़ी संख्या में सैंपलिंग, तत्काल होम क्वारंटीन कर देने का नतीजा रहा कि यहां से वायरस आगे नहीं बढ़ा। आरपीएफ, जीआरपी जवानों के पॉजिटिव आने का सिलसिला थमा था कि 11 जून को 20वीं बटालियन पीएसी का जवान संक्रमित निकला।
ज्यादातर में नहीं मिले लक्षण

इसके बाद बटालियन के 100 लोगों के सैंपल लिए गए। हालांकि, सभी निगेटिव निकले। इसके बाद 14 जून को 47वीं बटालियन का जवान पॉजिटिव मिला। इस पर बटालियन के 67 लोगों के सैंपल लिए गए, जिनमें 43 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। आरपीएफ , जीआरपी और पीएसी के जवानों को मिलाकर सुरक्षाकर्मियों के पॉजिटिव होने का आंकड़ा 88 हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जीआरपी, आरपीएफ और पीएसी के एक-एक जवान में हल्के लक्षण मिले थे। किसी को बुखार था तो किसी को बदन दर्द। सूखी खांसी का लक्षण सिर्फ एक जवान में मिला था। इनके संपर्क में रहने वालों की जांच के दौरान जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, उनमें कोई लक्षण नहीं था। इसी वजह से पीएसी की बटालियन व अन्य सुरक्षाकर्मियों को सावधान रहने को कहा गया है।
ऐशबाग सहित अन्य इलाके खिसके
मरीज मिलने के मामले में सदर के बाद ऐशबाग दूसरे स्थान पर था। ऐशबाग और इससे सटे इलाके में 45 लोग पॉजिटिव मिल चुके हैं। हालांकि, सीएम हेल्पलाइन कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों के ग्राफ ने इन्हें पीछे छोड़ दिया है।
तत्काल सूचना देने को कहा गया
सुरक्षाकर्मियों से जुड़े विभाग के अधिकारियों को किसी में लक्षण मिलते ही तत्काल सीएमओ कार्यालय सूचना देने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम जिस इलाके में मरीज मिलते हैं, वहां जांच कराने से लेकर जन जागरूकता अभियान चला रही है। -डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ
अब तक 89 हेल्पलाइन कर्मी और परिजन पॉजिटिव

प्रतीकात्मक तस्वीर
सीएम हेल्पलाइन के आठ और कर्मचारियों व उनके दो परिजनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कुल मरीजों की संख्या 89 हो गई है। मंगलवार को संक्रमित मिले हेल्पलाइन कर्मचारियों में एक बीकेटी के रूदही तो दूसरा बरगदी गांव का है। सीएचसी बीकेटी के प्रभारी डॉ. केडी मिश्रा ने इनके घरवालों को होम क्वारंटीन की सलाह दी है। बुधवार को इनकी जांच होगी।
आलमबाग के तीन लोग निकले संक्रमित
आलमबाग के अमरुदिया बाग के तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। परिवार का एक सदस्य पहले संक्रमित मिल चुका है। इसी तरह अंसल एपीआई में रहने वाले दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एक आईआईएम रोड निवासी व कुर्सी रोड निवासी एक व्यक्ति भी संक्रमित निकला है।
व्यापारी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव
ठाकुरगंज के सआदतगंज निवासी व्यापारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बुखार आने पर उसने प्राइवेट पैथोलॉजी में जांच कराई थी। लोहिया संस्थान के एक मरीज की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
तीन पत्रकार भी निकले संक्रमित
गोमतीनगर निवासी एक चैनल के संचालक की रिपोर्ट दो दिन पहले पॉजिटिव आई थी। डालीबाग स्थित कार्यालय में काम करने वाले इस चैनल के तीन अन्य लोगों की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
आगे पढ़ें
ज्यादातर में नहीं मिले लक्षण
Source link
Discussion about this post