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कहा जा रहा है कि वीणा और रियाज़ की शादी पहले ही रजिस्टर हो चुकी है, तिरुअनंतपुरम में बस एक सादा कार्यक्रम होगा. दोनों के परिवार और करीबी दोस्त इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनज़र सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखे जाने की बात कही गई है. वीणा और रियाज़ के बारे में कुछ दिलचस्प फैक्ट जानते हैं.
केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन. फाइल फोटो.
कौन हैं वीणा?
केरल के सीएम कामरेड पिनाराई विजयन की बेटी वीणा टेक विशेषज्ञ रही हैं. ओरेकल के साथ काम करने के बाद वह आरपी टेकसॉफ्ट की सीईओ रह चुकी हैं. इन सेवाओं के बाद, करीब छह साल पहले वीणा उद्यमी बनी थीं और उन्होंने अपनी कंपनी Exalogic शुरू की थी, जिसका मुख्यालय बेंगलूरु में रहा. यह कंपनी मोबिलिटी और क्लाउड सॉल्यूशन की सेवाएं देती है.
क्यों विवादों में थीं वीणा?
कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में पिछले महीने वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीटी थॉमस ने आरोप लगाया था कि वीणा की कंपनी की वेबसाइट का अचानक बंद हो जाना अमेरिकी कंपनी Sprinklr के साथ हुई केरल सरकार की डील की तस्दीक करता है. यह आरोप लगाया गया था कि केरल की सीपीएम सरकार ने कोविड 19 मरीज़ों के रिकॉर्ड डेटा से जुड़ी एक डील Sprinklr के साथ की थी.
वीणा की पहली शादी तिरुअनंतपुरत में पेशे से वकील रहे सुनीश के साथ हुई थी. इस शादी से वीणा के एक बेटा 10 वर्षीय इशान है. लेकिन खबरों की मानें तो यह शादी तलाक के रूप में खत्म हुई. इसके बाद रियाज़ के साथ संपर्क में बनी रहीं वीणा और रियाज़ का रिश्ता शादी तक पहुंच गया है.
कौन हैं मोहम्मद रियाज़?
स्कूल और कॉलेज के ज़माने से ही रियाज़ छात्र राजनीति में सक्रिय रहे. सीपीएम की यूथ विंग डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन यानी DYFI के महासचिव रह चुके रियाज़ को फरवरी 2017 में इसका अध्यक्ष बनाया गया था. साल 2009 में सीपीएम ने सबको चौंकाते हुए कोझिकोड से रियाज़ को लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर खड़ा किया था और तब वह यूडीएफ प्रत्याशी एमके राघवन से करीब 800 वोटों से चुनाव हारे थे.
बीफ पॉलिटिक्स का हिस्सा रहे रियाज़
एनडीए सरकार ने जब बीफ की बिक्री और खरीदारी को नियंत्रित और करीबन रोकथाम करने के मकसद से एक नियामक ड्राफ्ट बनाने की घोषणा की थी, तब रियाज़ दक्षिण भारत में ‘बीफ कुकिंग’ जैसे विरोध प्रदर्शनों के अगुवा रहे थे. पिछले कुछ सालों से मलयालम टीवी चैनलों पर होने वाली बहसों में बतौर एक्सपर्ट शिरकत करने वाले रियाज़ केरल में जाना पहचाना नाम और चेहरा हैं.

हिमाचल में 2018 में डीवाईएफआई ने परिवहन नीतियों के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन किए थे. फाइल फोटो.
सीएए के खिलाफ 1 लाख लोगों की रैली
इसी साल 6 जनवरी को रियाज़ और उनके संगठन ने करीब 1 लाख लोगों को रैली के तौर पर इकट्ठा कर कालीकट समुद्री तट पर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था. एनडीए सरकार के नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन को रियाज़ ने भारत के संविधान और सेक्युलरिज़्म को बचाने का कदम बताया था. साथ ही, मैंगलूरु में एंटी सीएए प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग की न्यायिक जांच की मांग भी रियाज़ ने की थी.
पूर्व IPS के बेटे रियाज़ की भी दूसरी शादी
केरल विधानसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के हवाले से कहा गया है कि रियाज़ रिटायर्ड आईपीएस अफसर पीएम अब्दुल खादेर के बेटे हैं. रियाज़ के अंकल पीके मोइदीनकुट्टी केरल प्रदेश कांग्रेस के 1941 में अध्यक्ष रहे थे. वकालत की डिग्री रखने वाले रियाज़ की पहली शादी कालीकट यूनिवर्सिटी सिंडिकेट से जुड़ी रहीं समीहा सैथालवी के साथ हुई थी. पहली शादी से रियाज़ के दो बच्चे हैं.
क्यों है सोशल मीडिया पर हंगामा?
दो अलग धर्मों के लोगों के बीच हो रही इस शादी को लेकर कुछ लोग सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग भी कर रहे हैं. लेकिन शादी को निजी और सुखद जीवन की शुरूआत मानने वाले कुछ लोग इसके समर्थन में आकर वीणा और रियाज़ को शुभकामनाएं देकर ट्रोलरों का मुंह बंद भी कर रहे हैं. यह भी दिलचस्प है कि पहले भी अलग समुदाय या संप्रदाय में कम्युनिस्ट नेताओं की शादियां चर्चा का विषय बनी हैं. एक नज़र इस इतिहास पर डालने से पहले रियाज़ के DYFI सहयोगी एए रहीम का यह बात काबिले गौर है, जो उन्होंने फेडरल से कहा.

चर्चित रहे अंतर्जातीय/अंतर्धार्मिक विवाह
1. DYFI के पूर्व प्रेसिडेंट और पूर्व लोकसभा सदस्य एमबी राजेश और इस्लाम में जन्मीं निनिथा कानिचेरी की शादी.
2. केआर गौरी अम्मा और टीवी थॉमस की शादी एझावा-ईसाई विवाह के तौर पर चर्चित रही.
3. जे मर्सी कुट्टी अम्मा और तुलसीधारा कुरूप की शादी.
4. एनी राजा और डी राजा की शादी तो सीपीआई पार्टी ने ही करवाई थी. इस शादी के निमंत्रण पत्र पर भी एनी के अभिभावकों का नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री पीके वासुदेवन नायर का नाम था.
5. सवर्ण समाज के सीपीआई नेता एके गोपालन की एझावा जाति की सुशीला गोपालन से शादी के बाद काफी सामाजिक गुस्सा देखा गया था.
6. सीपीआई नेताओं पीटी पुन्नूस और रोसम्मा पुन्नूस की शादी मार्थोमाइट-कैथलिक शादी थी.

वीणा और रियाज़ की शादी को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा है.
वामपंथी विचारधारा में चूंकि धार्मिक या सांप्रदायिक रूढ़ियों को अवैज्ञानिक और गलत परंपराओं के तौर पर देखा जाता है और ऐसे बंधनों को नकारा जाता रहा है इसलिए वामपंथियों के गढ़ रहे केरल राज्य में इस तरह की कई शादियों का ज़िक्र मिलता है.
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