अमर उजाला बरेली में रक्तदान करते महादानी।
– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, बरेली
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कोरोना के खौफ से खाली हो चुके ब्लड बैंक को महादानियों के बूते मिला 32 यूनिट रक्त
बरेली/लखीमपुर खीरी। कोरोना संकट के दौर में खून की कमी से किसी की जान न जाए, इसके लिए अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से विश्व रक्तदाता दिवस पर मंडल के चारों जिलों के साथ लखीमपुर खीरी में भी रक्तदान शिविर आयोजित किए जिनमें 154 महादानियों ने रक्तदान किया। लखीमपुर खीरी में 48, बरेली में 32, पीलीभीत में 22, शाहजहांपुर 28 और बदायूं में 24 लोग रक्तदान करने आगे आए।
अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से जिला अस्पताल ब्लड बैंक के सहयोग से अमर उजाला परिसर में आयोजित रक्तदान शिविर में युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक ने उत्साह दिखाया। कोरोना संकट के दौर में खून की कमी से किसी की जान न जाए, इसलिए 32 लोगों ने शिविर में आकर रक्तदान किया और महादानी बनने का गौरव हासिल किया।
स्वैच्छिक रक्तदाता शिविर रविवार सुबह नौ बजे शुरू होना था लेकिन कई रक्तदाता पहले ही अमर उजाला परिसर में पहुंच गए। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. टीएस आर्या के साथ ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. यूबी सिंह के हाथों उद्घाटन की रस्मअदायगी के बाद रजिस्ट्रेशन काउंटर पर जिला अस्पताल ब्लड बैंक की टीम ने रक्तदाताओं के पंजीकरण के साथ उनकी काउंसलिंग की, साथ ही उनके हीमोग्लोबिन और ब्लड ग्रुप की भी जांच की। शिविर में आए सभी रक्तदाता उत्साह से लबरेज दिखाई दिए। कुछ ऐसे भी थेे जो पहले भी कई बार अमर उजाला के शिविर में रक्तदान कर चुके हैं। उनका कहना था कि रक्तदान के बाद हर बार उन्हें काफी आत्म संतुष्टि मिलती है। कवि रोहित राकेश ने बताया कि वह अब तक 20 से ज्यादा बार रक्तदान कर चुके हैं। इसी तरह अजेंद्र सिंह, शिवचंद पटेल, हिमांशु अग्रवल, दीपक अग्रवाल भी लगातार रक्तदान करते आ रहे हैं और कई लोगों की जिंदगी बचा चुके हैं।
नवाबगंज के गांव से रक्तदान करने आए आकाश
पहली बार रक्तदान करने आए अमर उजाला परिसर पहुंचे खंजनपुर नवाबगंज के आकाश ने बताया कि सुबह उन्होंने अमर उजाला में रक्त न मिलने से थैलेसीमिया से पीड़ित एक बच्चे की मौत की खबर पढ़ी तो खुद को रोक नहीं सके। इसीलिए रक्तदान करने नवाबगंज से यहां चले आए। इसी तरह सूफी टोला में रहने वाले जाकिर हुसैन ने बताया कि कोरोना के इस भयावह दौर में खून की कमी से किसी की मौत न हो, यही सोचकर वह रक्तदान करने आए हैं। उन्होंने शहरवासियों से भी रक्तदान की अपील की।
मम्मी और पापा के साथ रक्तदान करने आए कई युवा
सुभाषनगर में रहने वाले राम अरोरा और गुलजारी लाल बेटे राम अरोरा के साथ पहली बार रक्तदान करने एक साथ पहुंचे थे। राम ने बताया कि इससे पहले भी वह रक्तदान करते रहे हैं मगर पिता के साथ पहली बार रक्तदान करने आना उनके लिए अनमोल पल है। शहर की ही पूनम भी बेटे के साथ रक्तदान करने पहुंची थीं। उन्होंने बताया कि खून की कमी से बच्चे की मौत के बाद उन्होंने हर हालत में रक्तदान करने का फैसला लिया। शिविर में स्वैच्छिक रक्तदाता संगठन के मुखिया इकबाल सिंह बाले भी रक्तदान करने पहुंचे लेकिन उन्होंने कुछ ही दिन पहले रक्तदान किया था इसलिए उन्हें रोक दिया गया। शिविर में आए छह और लोग अलग-अलग कारणों से रक्तदान नहीं कर सके।
महिला जागृति मंच की सदस्यों ने भी दिखाया जज्बा ं
महिला जागृति मंच की अध्यक्ष मनु नीरज के नेतृत्व में मंच की चार महिलाएं भी रक्तदान करने आईं। एक सदस्य रक्तचाप और दूसरी हीमोग्लोबिन कम होने की वजह से रक्तदान नहीं कर सकीं। राधा सिसोदिया, सुमन जौहरी, विवेक जौहरी ने रक्तदान कर अमर उजाला के अभियान की सराहना की।
शिविर में पहुंचे ये महादानी
अजेंद्र सिंह, जाकिर हुसैन, कमलेश, दीपक अग्रवाल, हिमांशु अग्रवाल, रोहित राकेश अग्रवाल, शिव लाल मौर्य, आकाश, शिव चंद्र पटेल, कृष्ण मुरारी वर्मा, अनुज, हरशू, जितेंद्र बाबू, शोभित टंडन, मुकीस अहमद, कौशल शर्मा, राधा सिसोदिया, पूनम श्रीवास्तव, जय श्रीवास्तव, संदीप चौधरी, भुवन सिंह, नृपेंद्र पाल, दिव्यांशु, अमित शर्मा, अनुभव, राजेंद्र रावत, विक्रम सिंह, नीलम भसीन, गुलजारी लाल, रामकुमार अरोरा, निशा रानी, नरेंद्र पाल सिंह।
ब्लड बैंक की टीम
ब्लड बैंक पीआरओ मनोज, ज्योति सचान, जगदीश, रामपाल, आशा रानी, शिवकुमार, सुशील, रवि ने रक्तदाताओं की जांच की।
कोरोना के खौफ से खाली हो चुके ब्लड बैंक को महादानियों के बूते मिला 32 यूनिट रक्त
बरेली/लखीमपुर खीरी। कोरोना संकट के दौर में खून की कमी से किसी की जान न जाए, इसके लिए अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से विश्व रक्तदाता दिवस पर मंडल के चारों जिलों के साथ लखीमपुर खीरी में भी रक्तदान शिविर आयोजित किए जिनमें 154 महादानियों ने रक्तदान किया। लखीमपुर खीरी में 48, बरेली में 32, पीलीभीत में 22, शाहजहांपुर 28 और बदायूं में 24 लोग रक्तदान करने आगे आए।
अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से जिला अस्पताल ब्लड बैंक के सहयोग से अमर उजाला परिसर में आयोजित रक्तदान शिविर में युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक ने उत्साह दिखाया। कोरोना संकट के दौर में खून की कमी से किसी की जान न जाए, इसलिए 32 लोगों ने शिविर में आकर रक्तदान किया और महादानी बनने का गौरव हासिल किया।
स्वैच्छिक रक्तदाता शिविर रविवार सुबह नौ बजे शुरू होना था लेकिन कई रक्तदाता पहले ही अमर उजाला परिसर में पहुंच गए। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. टीएस आर्या के साथ ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. यूबी सिंह के हाथों उद्घाटन की रस्मअदायगी के बाद रजिस्ट्रेशन काउंटर पर जिला अस्पताल ब्लड बैंक की टीम ने रक्तदाताओं के पंजीकरण के साथ उनकी काउंसलिंग की, साथ ही उनके हीमोग्लोबिन और ब्लड ग्रुप की भी जांच की। शिविर में आए सभी रक्तदाता उत्साह से लबरेज दिखाई दिए। कुछ ऐसे भी थेे जो पहले भी कई बार अमर उजाला के शिविर में रक्तदान कर चुके हैं। उनका कहना था कि रक्तदान के बाद हर बार उन्हें काफी आत्म संतुष्टि मिलती है। कवि रोहित राकेश ने बताया कि वह अब तक 20 से ज्यादा बार रक्तदान कर चुके हैं। इसी तरह अजेंद्र सिंह, शिवचंद पटेल, हिमांशु अग्रवल, दीपक अग्रवाल भी लगातार रक्तदान करते आ रहे हैं और कई लोगों की जिंदगी बचा चुके हैं।
नवाबगंज के गांव से रक्तदान करने आए आकाश
पहली बार रक्तदान करने आए अमर उजाला परिसर पहुंचे खंजनपुर नवाबगंज के आकाश ने बताया कि सुबह उन्होंने अमर उजाला में रक्त न मिलने से थैलेसीमिया से पीड़ित एक बच्चे की मौत की खबर पढ़ी तो खुद को रोक नहीं सके। इसीलिए रक्तदान करने नवाबगंज से यहां चले आए। इसी तरह सूफी टोला में रहने वाले जाकिर हुसैन ने बताया कि कोरोना के इस भयावह दौर में खून की कमी से किसी की मौत न हो, यही सोचकर वह रक्तदान करने आए हैं। उन्होंने शहरवासियों से भी रक्तदान की अपील की।
मम्मी और पापा के साथ रक्तदान करने आए कई युवा
सुभाषनगर में रहने वाले राम अरोरा और गुलजारी लाल बेटे राम अरोरा के साथ पहली बार रक्तदान करने एक साथ पहुंचे थे। राम ने बताया कि इससे पहले भी वह रक्तदान करते रहे हैं मगर पिता के साथ पहली बार रक्तदान करने आना उनके लिए अनमोल पल है। शहर की ही पूनम भी बेटे के साथ रक्तदान करने पहुंची थीं। उन्होंने बताया कि खून की कमी से बच्चे की मौत के बाद उन्होंने हर हालत में रक्तदान करने का फैसला लिया। शिविर में स्वैच्छिक रक्तदाता संगठन के मुखिया इकबाल सिंह बाले भी रक्तदान करने पहुंचे लेकिन उन्होंने कुछ ही दिन पहले रक्तदान किया था इसलिए उन्हें रोक दिया गया। शिविर में आए छह और लोग अलग-अलग कारणों से रक्तदान नहीं कर सके।
महिला जागृति मंच की सदस्यों ने भी दिखाया जज्बा ं
महिला जागृति मंच की अध्यक्ष मनु नीरज के नेतृत्व में मंच की चार महिलाएं भी रक्तदान करने आईं। एक सदस्य रक्तचाप और दूसरी हीमोग्लोबिन कम होने की वजह से रक्तदान नहीं कर सकीं। राधा सिसोदिया, सुमन जौहरी, विवेक जौहरी ने रक्तदान कर अमर उजाला के अभियान की सराहना की।
शिविर में पहुंचे ये महादानी
अजेंद्र सिंह, जाकिर हुसैन, कमलेश, दीपक अग्रवाल, हिमांशु अग्रवाल, रोहित राकेश अग्रवाल, शिव लाल मौर्य, आकाश, शिव चंद्र पटेल, कृष्ण मुरारी वर्मा, अनुज, हरशू, जितेंद्र बाबू, शोभित टंडन, मुकीस अहमद, कौशल शर्मा, राधा सिसोदिया, पूनम श्रीवास्तव, जय श्रीवास्तव, संदीप चौधरी, भुवन सिंह, नृपेंद्र पाल, दिव्यांशु, अमित शर्मा, अनुभव, राजेंद्र रावत, विक्रम सिंह, नीलम भसीन, गुलजारी लाल, रामकुमार अरोरा, निशा रानी, नरेंद्र पाल सिंह।
ब्लड बैंक की टीम
ब्लड बैंक पीआरओ मनोज, ज्योति सचान, जगदीश, रामपाल, आशा रानी, शिवकुमार, सुशील, रवि ने रक्तदाताओं की जांच की।
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