भूकंप में जानमाल की हानि ज्यादा होती है. इस समय में आप खुद को बचा पाएं इसीलिए हम आपके साथ कुछ टिप्स को साझा कर रहे हैं, जो आपको भूकंप से बचाएगी. साथ ही हम बताएंगे कि आप भूकंप के दौरान क्या करें और क्या न करें. तो आइए जानते हैं…
भूकंप आने पर क्या करें
आपको जैसे ही भूकंप के झटके महसूस हों, खुद को तैयार कर लें. गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रभाग (NDMD) ने ऐसे में इन तीन कामों को को करने की सलाह दी है. झुकें (drop), छिपें (cover) और पकड़े (hold), इसे जीवन का त्रिकोण भी कहा जाता है.1.झुकें: अपने आप को बचाने के लिए घुटनों और हाथों के बल नीचे झुक जाएं. किसी भी जगह पर छिपने का यह एक सही तरीका है.
2.छिपें: अपने आप को बचाने के लिए सिर और गर्दन पर हाथ रख लें. अब पास की टेबल या ऐसी ही किसी जगह के नीचे बैठ जाएं, जब तक भूकंप के झटके बंद न हो जाएं. कई लोग मानते हैं कि दरवाजे के नीचे खड़े होने से बच सकते हैं, लेकिन अगर आपका घर काफी पुराना है, तो ये तरीका सही नहीं है.
पकड़ें: जब तक झटके न रुकें, घर बाहर न निकलें. अगर आप टेबल के नीचे हैं, तो उसे एक हाथ से पकड़कर रखें. अगर आप किसी खुली जगह पर हैं, तो अपने सिर और गर्दन को हाथों से ढककर रखें.
अगर घर से बाहर हैं तो क्या करें
अगर आप घर के बाहर हैं और भूकंप आ जाता है तो, बिल्डिंग, पेड़ और पॉवरलाइन से दूर खुली ज़मीन पर झुक कर बैठ जाएं. अगर आप गाड़ी चला रहे हैं, तो एक तरफ रोक लें और पार्किंग ब्रैक लगा लें.
अगर आप मल्टीस्टोरी में रहते हैं तो क्या करें
अगर आप ऊंची बिल्डिंग में रहते हैं तो ऐसे में लोगों को समझ नहीं आता कि भूकंप आने पर वह क्या करें. इसका जवाब है, कि भागें नहीं. जब भूकंप आए और आप ऊंचे माले पर हैं, तो बिल्डिंग से बाहर न निकलें. जब भूकंप रुकता है तो अपने जूते और पैसे लें, और बिल्डिंग से बाहर निकल आएं.
जब भूकंप रुक जाए तब क्या करें
कई बार भूकंप के रुकने का मतलब ये नहीं होता कि ख़तरा टल गया है. भूकंप के बाद अक्सर छोटे झटके महसूस किए जाते हैं, जिन्हें आफ्टरशॉक्स कहा जाता है. कई बार ऐसा भी होता है, जब दूसरा भूकंप पहले से ज़्यादा बड़ा आता है.
झटके बंद होने पर सबसे पहले अपने शरीर को देखें कि आपको चोट तो नहीं आई क्योंकि डर के माहौल में लोगों को चोट का अहसास नहीं होता. अगर आप किसी मलबे या भारी सामान के नीचे हैं, तो जल्द से जल्द अपने आपको और बाकी लोगों को बाहर निकालें.
भूकंप के ख़त्म होने तक अगर कहीं फंस जाते हैं तो अपने कपड़ों की मदद से नाक, आंखें और मुंह को सुरक्षित रखें. अगर आपको किसी की आवाज़ सुनाई दे, तो सीटी बजाएं या किसी तरह शोर मचाएं, ताकि वो लोग आपको देखें और आपकी मदद कर सकें. इस दौरान बिजली की तारों, गैस पाइपलाइन और इसी तरह की चीज़ों का भी ध्यान रखें.
भूकंप के दौरान ये ग़लतियां न करें
– भूकंप के दौरान एक कमरे से दूसरे कमरे में बाहर भागने की गलती न करें. क्योंकि भूकंप के झटकों से आप गिर सकते हैं या आप किसी गिरती हुई चीज़ की चपेट में आ सकते हैं.
– दरवाज़े पर न खड़ें हों क्योंकि आजकल के घरों में दरवाज़े बाकी दीवारों से मज़बूत नहीं होते. यहां खड़े रहकर आपको गिरते सामान से चोट भी लग सकती है.
अगर चलती गाड़ी में हों तो क्या करें
– भूकंप आने पर जल्दी ही कार को रोकें और उसके अंदर ही बैठे रहे. इमारतों, पेड़ों, ऊपरी रास्तों और यूटिलिटी के तारों के पास या नीचे वाहन को न रोकें. भूकंप जाने आगे बढ़ते समय सड़कों पर पुलों, या रैंप से बचें जिनको भूकंप से संभावित क्षति हुई हो.
यदि मलबे में दबे हों तब क्या करें
1. माचिस नहीं जलाएं.
2. धूल नहीं हटाएं या उसे लात नहीं मारें.
3. अपना मुंह एक रूमाल या कपड़े से ढक लें.
4. पाइप या दीवार को ठोकें ताकि बचाव दल आपको खोज सकें. 5. अगर उपलब्ध हो तो सीटी का प्रयोग करें. केवल एक अंतिम उपाय के रूप में चिल्लाएं. चिल्लाने से आपकी सांस के साथ खतरनाक मात्रा में धूल शरीर में जा सकती है.
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