- पूरे प्रदेश में बाजार खुलते ही जिस तरह से भीड़ उमड़ रही है, उससे संक्रमण का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है
- 9 जून से शुरू हुई 12वीं की परीक्षा में पहले दिन तो सोशल डिस्टेंसिंग देखने को मिली थी लेकिन दूसरे पेपर में परीक्षा केंद्रों पर नियमों का पालन कराने वाले शिक्षक गायब
दैनिक भास्कर
Jun 11, 2020, 10:11 AM IST
भोपाल. प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान दी गई ढील और लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं। प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 10 हजार को पार (10049) कर गई है। इंदौर में 3922 मरीज हो गए हैं। भोपाल में ये आंकड़ा 2131 पर पहुंच गया है। प्रदेश में अब तक 427 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश के जिलों में जिस तरह से संक्रमण फैल रहा है उससे हालत चिंताजनक होते जा रहे हैं। पूरे प्रदेश में बाजार खुलते ही जिस तरह से भीड़ उमड़ रही है, उससे संक्रमण का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। यहां लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर नहीं आ रहे हैं। सरकार द्वारा मास्क नहीं पहनने पर जुर्माने वसलूने का प्रावधान किया गया है, लेकिन ये शहरों तक सीमित है।
9 जून से शुरू हुई 12वीं की परीक्षा में पहले दिन तो सोशल डिस्टेंसिंग देखने को मिली थी लेकिन दूसरे पेपर में परीक्षा केंद्रों पर नियमों का पालन कराने वाले शिक्षक गायब थे। कई केंद्रों से ऐसी तस्वीरे सामने आई हैं जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया। परीक्षा खत्म होने के बाद छात्र झुंड के रूप में स्कूलों से बाहर निकले।
राजधानी में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 2131
राजधानी में अनलॉक-1 के 10वें दिन 78 नए कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया, क्योंकि 22 मार्च को पहला मरीज मिलने के बाद से यह एक दिन में नए केस मिलने का सबसे बड़ा आंकड़ा है। नए संक्रमितों में 108 इमर्जेंसी कॉल सेंटर के 12 और कर्मचारी शामिल हैं। यहां अब तक 20 संक्रमित मिल चुके हैं। इसके अलावा, कुछ दिन शांत रहने के बाद जहांगीराबाद में फिर से 23 नए मरीज मिले। यहां अब कुल 401 मरीज हैं, जबकि शहर में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 2131 हो गया है। जहांगीराबाद में बुधवार को 23 पॉजिटिव मिले हैं। ये सभी एक ही समुदाय के हैं जो कंधे पर रखकर चादर बेचने का काम करते हैं। समुदाय के करीब 100 लोगों के सैंपल 8 जून को लिए गए थे। बुधवार को आई रिपोर्ट में 23 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है।

पानी पाउच संग जा रहे सैंपल, टॉयलेट वॉटर से सैनेटाइजेशन
इंदौर में रोज कोरोना 50 से 70 नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं। औसतन दो लोग जान गंवा रहे हैं। इसके बावजूद इससे निपटने के लिए जुगाड़ की व्यवस्था चलाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल कलेक्शन के लिए जैल वाले आइस पैक की खरीदी ही नहीं की। वैक्सीनेशन के लिए मिले आइस पैक से ढाई महीने तक काम चलाया। स्टॉक में जितना था, उतना उपयोग करने के बाद स्वास्थ्य केंद्रों से मंगवाने लगे। अब कमी हुई तो पानी के पाउच जमाकर कोल्ड चेन मेंटेन करने का दावा किया जा रहा है। दूसरी लापरवाही कोरोना के पॉजिटिव और संदिग्ध मरीजों काे अस्पतालों तक पहुंचाने वाली 108 एम्बुलेंस को लेकर सामने आई है। हाल में अमेरिका से लौटे लोगों को लेने के लिए एम्बुलेंस एयरपोर्ट पर पहुंची तो उन्होंने एम्बुलेंस में धूल और गंदगी पर आपत्ति ली। तब पता चला कि एम्बुलेंस को हाइपो क्लोराइट के बजाय शौचालय के पानी से धोया जाता है। स्वास्थ्य विभाग और एनएचएम का कहना है एम्बुलेंस का संचालन करने वाली जिगित्सा हेल्थकेयर कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी।

कोरोना के शक में भाई को ही घर से निकाल दिया
कोरोना की मार से रिश्ते भी घायल हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बुधवार को सामने आया। अपने भाई-भाभी के साथ बरखेड़ा पठानी में रहने वाले 49 वर्षीय अविवाहित व्यक्ति को परिवार वालों ने कोरोना होने के संदहे में घर से निकाल दिया। यहां-वहां भटकने के बाद शाम को हबीबगंज स्टेशन पहुंचा और आगरा जाने की टिकट ले ली। जब वह प्लेटफाॅर्म पर एंट्री के वक्त मेडिकल टीम ने उसकी हालत देखकर उसे रोक लिया। उसे खांसी-बुखार था। पूछताछ में उसने अपना नाम ओमकार बताया। उसने बताया कि उसकी एक दिन पहले ही सैंपलिंग हुई है, लेकिन रिपोर्ट आने के पहले ही वह भोपाल से बाहर जाने की तैयारी कर रहा था। ओमकान ने बताया कि उसे काफी दिन से खांसी और बुखार था। मंगलवार को उसकी सैंपलिंग हुई तो घर वालों ने उसे बाहर निकाल दिया। जबकि घर में ऊपर रहने की पर्याप्त व्यवस्था थी। हबीबगंज स्टेशन पर मौजूद मेडिकल टीम में शामिल डॉ. अमित मुखर्जी और डॉ. नवनीत आर्य ने ओमकार से सैंपलिंग का प्रमाण मांगा तो उसने अपने मोबाइल फोन पर आए मैसेज दिखाए। टीम ने स्टेशन पर काम कर रहे वॉलेंटियर की मदद से ओमकार को प्लेटफॉर्म से दूर एक बेंच पर बैठाया और कंट्रोल रूम में नोडल अधिकारी डॉ. उपेंद्र धोटे से बात की। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद एंबुलेंस स्टेशन पहुंची और उसे हमीदिया लेकर गई।

जबलपुर में 78 फीसदी से अधिक कोरोना मरीज हुए स्वस्थ
कोरोना पीड़ित मरीजों में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 78 प्रतिशत से अधिक है। कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि रात प्राप्त रिपोर्ट में एक महिला पॉजिटिव पाई गई थी। पूर्व में उनके परिजन भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। वहीं, स्वस्थ होने के कारण तीन व्यक्तियों को आज डिस्चार्ज किया गया। नई गाइडलाइन के अनुसार इन मरीजों को संस्थागत क्वारन्टीन सेंटर में रखा गया है। कोरोना से स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी पाने वालों में एक व्यक्ति ग्राम रामपुर तहसील शहपुरा का तथा दो व्यक्ति बरगी के समीप ग्राम डोंडा के रहने वाले हैं। इन्हें मिलाकर जबलपुर में कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या अब 222 हो गयी है। अभी तक कोरोना पीड़ित रोगियों की कुल संख्या 283 पहुंच गई है तथा मृतकों की संख्या 11 है। वर्तमान में एक्टिव मरीजों की संख्या 50 है।

कोरोना अपडेट्स
- भिंड में चार नए मामले मिले : जिले में कोरोना के आज चार नए मामले मिलने के बाद यहां इससे प्रभावितों की संख्या बढ़कर 110 हो गयी। जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में चार लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया, जिसके बाद यहां कुल संक्रमितों की संख्या 110 हो गयी है, जिसमें से 54 ठीक होकर घर चले गए हैं। 56 पीडितों का भिंड के कोरोना सेंटर में इलाज चल रहा है।
- कटनी में चौथा कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला : जिले में आज एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर यहां चार हो गयी। आज प्राप्त रिपोर्ट में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इस मरीज को 8 जून को सर्दी खांसी बुखार के बाद जिला चिकित्सालय से सेम्पल जबलपुर भेजा गया था। आज रिपोर्ट आने के बाद वह पॉजिटिव निकला। वह स्वयं ही टेस्ट के लिए गए थे। उन्हें शंका थी। बहरहाल अब उनके संपर्क में आने वाले लोगों की हिस्ट्री तलाशी जा रही है।
- देवास से छिंदवाड़ा लौटे श्रमिक की कोरोना से मौत : जिले में देवास से लौटे एक श्रमिक की आज सुबह उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी, वह जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। जबलपुर से कुल 18 रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिनमें से एक रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। शेष 17 रिपोर्ट निगेटिव आयी हैं। एक जो पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई है, वह उसी व्यक्ति की है, जिसकी मृत्यु आज इलाज के दौरान जिला अस्पताल में हो गयी। यह व्यक्ति देवास से लौटा था तथा कुंडाली कलां परासिया विकासखंड का रहने वाला है तथा पांच दिन पूर्व आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हुआ था।

राज्य में 10049 संक्रमित : इंदौर 3881, भोपाल 1927, उज्जैन 745, बुरहानपुर 377, नीमच 353, जबलपुर 283, खंडवा 271, सागर 242, ग्वालियर 228, खरगोन 209, देवास 145, मुरैना 133, धार 129, भिंड 106, मंदसौर 95, रतलाम 85, रायसेन 76, बड़वानी 62, श्योपुर 53, छतरपुर 41, शाजापुर 38, होशंगाबाद और विदिशा 37-37, रीवा 38, राजगढ़ 37, बैतूल 36, अशोकनगर 32, छिंदवाड़ा 29, डिंडोरी 29, दमोह 27, अनूपपुर 24, सतना 22, पन्ना 21, दतिया 20, नरसिंहपुर 18, शिवपुरी और सीधी 17-17 टीकमगढ़ में 16, आगरमालवा 15, झाबुआ और शहडोल में 13-13, सिंगरौली 12, सीहोर-बालाघाट में 11-11, उमरिया 10, गुना 9, मंडला 5, अलीराजपुर, हरदा और कटनी 3-3 और सिवनी में दो मरीज संक्रमित हैं।
427 की मौत: इंदौर 161, भोपाल 66, उज्जैन 64, बुरहानपुर 19, खंडवा 17, खरगोन 13, सागर 13, जबलपुर 11, देवास और मंदसौर में 9-9, नीमच 5, धार और रतलाम में 4-4, रायसेन, राजगढ़्र, शाजापुर और होशंगाबाद में 3-3, ग्वालियर, सतना, सीहोर, बड़वानी और श्योपुर में 2-2, मुरैना, आगरमालवा, झाबुआ, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, दतिया, उमरिया और मंडला में एक-एक मरीज की मौत हुई। ( ये आंकड़े स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 जून को रात 9 बजे जारी बुलेटिन के अनुसार)
Discussion about this post