मृतक अंशुल का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
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फिरोजाबाद जनपद के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के एक शीतगृह में साढ़े चार लाख रुपये की चोरी के शक में बुधवार की रात एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए आरोपियों ने परिसर में ही लगे नीम के पेड़ पर शव को रस्सी से लटका दिया। गुरुवार को मौके पर पहुंचे परिजन और ग्रामीण हंगामा करने लगे।
सूचना पर एसडीएम देवेंद्र सिंह और सीओ सदर हीरालाल चौरसिया पहुंचे और स्थिति को संभाला। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने शीतगृह के मालिक समेत छह लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। युवक कोल्डस्टोरेज में मालिक से अनुबंध कर भाड़े पर अपनी मैक्स गाड़ी चलाता था।
ये भी पढ़ें- Hathras Case: विधि विज्ञान प्रयोगशाला की फोरेंसिक जांच में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं- एडीजी अजय आनंद
नगला सैंदलाल निवासी मृतक के भाई नितिन ने बताया कि उसका भाई अंशुल (25) पुत्र नाथूराम अपनी मैक्स गाड़ी संख्या यूपी 75 एम 9599 को शीतगृह स्वामी से अनुबंध कर भाड़े पर चलाता था।
शीतगृह स्वामी ने 30 सितंबर की रात नौ बजे फोन कर अंशु को बुलाया था। आरोप है कि शीतगृह स्वामी, उसके पार्टनर, मुनीम और ठेकेदार ने एकराय होकर उसके भाई पर साढ़े चार लाख रुपये चोरी का आरोप लगाकर बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
आरोप है कि इतना ही नहीं उक्त लोगों ने घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव के गले में रस्सी बांध कर परिसर में खड़े नीम के पेड़ पर लटका दिया। बताया कि अंशु की हत्या की जानकारी गुरुवार की सुबह पौने छह बजे हुई। इस पर घर वाले और ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। इस दौरान चौकीदार ने अंदर नहीं जाने दिया।
इससे ग्रामीण भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। बाद में सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार तोमर मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को उतारकर पोस्टमार्टम को भेजने की कोशिश की, लेकिन परिजन और ग्रामीणों के आक्रोश के चलते पुलिस शव को नहीं उतार सकी। इसके बाद करीब आठ बजे एसडीएम देवेंद्र सिंह और सीओ सदर हीरालाल चौरसिया मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाकर मामला शांत कराया और साढ़े आठ बजे शव को पेड़ से उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
गिरफ्तारी का दिया आश्वासन
हत्या के बाद मौके पर परिजन और ग्रामीण हंगामा कर रहे थे। इस दौरान एसडीएम की ओर से हत्यारोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार करने के आश्वासन पर वे शांत हुए। प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार तोमर ने बताया कि मृतक के भाई की तहरीर पर शीतल कोल्डस्टोरेज के मालिक असफाक उर्फ बबलू व एजाज उर्फ आजाद पुत्र यूनुस निवासी रुकनपुरा, पार्टनर सतेंद्र जैन पुत्र संपतलाल जैन निवासी जैन स्ट्रीट बड़ा बाजार, शेखू पुत्र असफाक, मुनीम इमरान और ठेकेदार जीतू निवासी शीतल शीतगृह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
सांप्रदायिक रंग देने की हुई थी कोशिश
युवक की हत्या का कुछ लोगों ने सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश, लेकिन प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार तोमर ने इसे गंभीरता से लेते हुए शरारती तत्वों के मंसूबों को ध्वस्त कर दिया। वहीं मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने भी धैर्य का परिचय देते हुए इसे मजहबी तूल नहीं देने दिया।
संभावित स्थानों पर पुलिस दे रही दबिश
हत्या के बाद से सभी आरोपी फरार हो चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित स्थानों पर कई बाद दबिश दी, लेकिन वे हाथ नहीं आ सके हैं।
सार
नगला सैंदलाल निवासी मृतक के भाई नितिन ने बताया कि उसका भाई अंशुल (25) पुत्र नाथूराम अपनी मैक्स गाड़ी संख्या यूपी 75 एम
9599 को शीतगृह स्वामी से अनुबंध कर भाड़े पर चलाता था। शीतगृह स्वामी ने 30 सितंबर की रात नौ बजे फोन कर अंशु को बुलाया
था। आरोप है कि शीतगृह स्वामी, उसके पार्टनर, मुनीम और ठेकेदार ने एकराय होकर उसके भाई पर साढ़े चार लाख रुपये चोरी का
आरोप लगाकर बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
विस्तार
फिरोजाबाद जनपद के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के एक शीतगृह में साढ़े चार लाख रुपये की चोरी के शक में बुधवार की रात एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए आरोपियों ने परिसर में ही लगे नीम के पेड़ पर शव को रस्सी से लटका दिया। गुरुवार को मौके पर पहुंचे परिजन और ग्रामीण हंगामा करने लगे।
सूचना पर एसडीएम देवेंद्र सिंह और सीओ सदर हीरालाल चौरसिया पहुंचे और स्थिति को संभाला। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने शीतगृह के मालिक समेत छह लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। युवक कोल्डस्टोरेज में मालिक से अनुबंध कर भाड़े पर अपनी मैक्स गाड़ी चलाता था।
ये भी पढ़ें- Hathras Case: विधि विज्ञान प्रयोगशाला की फोरेंसिक जांच में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं- एडीजी अजय आनंद
नगला सैंदलाल निवासी मृतक के भाई नितिन ने बताया कि उसका भाई अंशुल (25) पुत्र नाथूराम अपनी मैक्स गाड़ी संख्या यूपी 75 एम 9599 को शीतगृह स्वामी से अनुबंध कर भाड़े पर चलाता था।

मृतक अंशुल का फाइल फोटो और मौके पर पहुंचे लोग
– फोटो : अमर उजाला
शीतगृह स्वामी ने 30 सितंबर की रात नौ बजे फोन कर अंशु को बुलाया था। आरोप है कि शीतगृह स्वामी, उसके पार्टनर, मुनीम और ठेकेदार ने एकराय होकर उसके भाई पर साढ़े चार लाख रुपये चोरी का आरोप लगाकर बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
आरोप है कि इतना ही नहीं उक्त लोगों ने घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव के गले में रस्सी बांध कर परिसर में खड़े नीम के पेड़ पर लटका दिया। बताया कि अंशु की हत्या की जानकारी गुरुवार की सुबह पौने छह बजे हुई। इस पर घर वाले और ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। इस दौरान चौकीदार ने अंदर नहीं जाने दिया।
इससे ग्रामीण भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। बाद में सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार तोमर मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को उतारकर पोस्टमार्टम को भेजने की कोशिश की, लेकिन परिजन और ग्रामीणों के आक्रोश के चलते पुलिस शव को नहीं उतार सकी। इसके बाद करीब आठ बजे एसडीएम देवेंद्र सिंह और सीओ सदर हीरालाल चौरसिया मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाकर मामला शांत कराया और साढ़े आठ बजे शव को पेड़ से उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
गिरफ्तारी का दिया आश्वासन
हत्या के बाद मौके पर परिजन और ग्रामीण हंगामा कर रहे थे। इस दौरान एसडीएम की ओर से हत्यारोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार करने के आश्वासन पर वे शांत हुए। प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार तोमर ने बताया कि मृतक के भाई की तहरीर पर शीतल कोल्डस्टोरेज के मालिक असफाक उर्फ बबलू व एजाज उर्फ आजाद पुत्र यूनुस निवासी रुकनपुरा, पार्टनर सतेंद्र जैन पुत्र संपतलाल जैन निवासी जैन स्ट्रीट बड़ा बाजार, शेखू पुत्र असफाक, मुनीम इमरान और ठेकेदार जीतू निवासी शीतल शीतगृह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
सांप्रदायिक रंग देने की हुई थी कोशिश
युवक की हत्या का कुछ लोगों ने सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश, लेकिन प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार तोमर ने इसे गंभीरता से लेते हुए शरारती तत्वों के मंसूबों को ध्वस्त कर दिया। वहीं मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने भी धैर्य का परिचय देते हुए इसे मजहबी तूल नहीं देने दिया।
संभावित स्थानों पर पुलिस दे रही दबिश
हत्या के बाद से सभी आरोपी फरार हो चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित स्थानों पर कई बाद दबिश दी, लेकिन वे हाथ नहीं आ सके हैं।
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