शिकागो में डॉक्टरों ने corona संक्रमित के फेफड़े किए ट्रांसप्लांट (फाइल फोटो)
डॉ. बेथ मालसिन ने बताया कि हमें दिन-रात यह देखना होता था कि उसके सभी ऑर्गन तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंच रही है या नहीं ताकि ट्रांसप्लांट (Transplant) के दौरान वे ठीक रहे और ऑपरेशन के टाइम धोखा न दें.
दैनिक भास्कर में छपी एक खबर के अनुसार, अस्पताल का दावा है कि यह पहला ऐसा मामला है, जिसमें इस तरह का ऑपरेशन किया गया है. इससे उन मरीजों को उम्मीद मिलेगी, जिनके फेफड़े कोरोना के कारण बहुत ज्यादा खराब हो चुके हैं.
बचने की उम्मीद थी बेहद कम
नॉथवेस्टर्न मेमोरियल हॉस्पिटल के पल्मनरी स्पेशलिस्ट डॉ. बेथ मालसिन ने कहा कि संक्रमित युवती कोविड आईसीयू की सबसे बीमार मरीज थी. उसकी हालत बहुत ज्यादा खराब थी. उसके बचने की उम्मीद बहुत कम थी. जून की शुरुआत में उसके फेफड़े बहुत ज्यादा खराब होने लगे थे. उनमें कोई सुधार नहीं आ रहा था. वायरस के कारण उनमें इतना नुकसान हो चुका था कि दोबारा से ठीक होना संभव नहीं था. इस पर डॉक्टरों ने उसके फेफड़े ट्रांसप्लांट करने का फैसला लिया.कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के 48 घंटे बाद ट्रांसप्लांट हुआ
डॉ. बेथ मालसिन ने बताया कि हमें दिन-रात यह देखना होता था कि उसके सभी ऑर्गन तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंच रही है या नहीं ताकि ट्रांसप्लांट के दौरान वे ठीक रहे और ऑपरेशन के टाइम धोखा न दें. इसके बाद जैसे ही उसकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई, हमने तुरंत ट्रांसप्लांट की तैयारी शुरू कर दी. 48 घंटे बाद ऑपरेशन से फेफड़ों को ट्रांसप्लांट कर दिया और यह सफल रहा.
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First published: June 12, 2020, 5:29 PM IST
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