इटावा लायन सफारी में शेरों को दहाड़ते हुए देखने की तमन्ना अब जल्द पूरी होगी। 15 अक्तूबर तक लायन सफारी सैलानियों के लिए खोल दी जाएगी। सफारी प्रशासन इसकी पूरी तैयारी में जुटा है। शावक से शेर बन चुके शिंबा और सुल्तान इस सफारी के राजा होंगे। एक अक्तूबर से दोनों को सफारी के खुले वातावरण में रहने के लिए ट्रेंड किया जाएगा। इटावा सफारी पार्क में सबसे अधिक रोमांच लायन सफारी से जुड़ा है।
मौजूदा समय में सैलानी यहां घूमने जरूर आ रहे हैं, लेकिन उनके मन में कहीं न कहीं शेरों का दीदार न होने की कसक रहती है। इससे पार्क प्रशासन भी वाकिफ है। लिहाजा अब सैलानियों को शेरों के दीदार कराने की पूरी व्यवस्था कर ली गई है। 15 अक्तूबर से पर्यटकों को इस सफारी पार्क में एशियाटिक शेरों को देखने की तमन्ना भी पूरी होने लगेगी। लायन सफारी में ही जन्मे शिंबा और सुल्तान इस सफारी के राजा होंगे। जो खुलेआम विचरण और दहाड़ते हुए लोगों को रोमांच से भर देंगे।
इटावा सफारी
– फोटो : अमर उाजला
27 हेक्टेयर में घूमेंगे दोनों शेर
शेरनी जेसिका के शावक शिंबा और सुल्तान की उम्र करीब चार साल की हो गई। दोनों वयस्क शेर बन चुके हैं। अब दोनों लायन सफारी के करीब 27 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मनमर्जी से घूमने के लिए स्वतंत्र होंगे। इटावा सफारी पार्क में शिंबा और सुल्तान के अलावा अभी तीन साल का बाहुबली, दो दो साल के कान्हा और गौरी, मादा शावक रूपा और सोना, भरत और केसरी मौजूद हैं।
इनमें केसरी की मां जेनिफर है, कान्हा और गौरी जूनागढ़ से यहां लाए गए हैं। शिंबा और सुल्तान समेत शेष शावक की मां जेसिका है। जेसिका और जेनिफर शेरनियों के शावक इसी सफारी पार्क में पैदा होकर पल और बढ़ रहे हैं। डॉ. गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि चार साल में एक शावक वयस्क शेर हो जाता है। लिहाजा शिंबा और सुलतान सैलानियों को एक वयस्क शेर के तौर पर ही नजर आएंगे।
इटावा लायन सफारी
– फोटो : amar ujala
खुले में रहने के लिए अभ्यस्त बनेंगे दोनों शेर
अभी तक सभी शेर व शेरनी और शावकों को खुले माहौल में नहीं रखा गया है। ब्रीडिंग सेंटर, एनिमल हाउस और बाड़े तक ही उनके आने जाने की सीमा रही है। सैलानियों को दीदार कराने से पहले प्रशासन शिंबा और सुलतान को सफारी के खुले माहौल में रहने के लिए अभ्यस्त करेगा। सफारी पार्क के डायरेक्टर वीके सिंह ने बताया कि एक अक्तूबर से शिंबा और सुलतान को सफारी में छोड़कर उनके रहन सहन का आकलन किया जाएगा।
10-15 दिन चलने वाली इस प्रक्रिया में देखा जाएगा कि वे कहां जाते हैं, कैसे उठते बैठते हैं। उनके पास गाड़ियों को गुजारा जाएगा। ताकि वह सैलानियों के आने पर सामान्य अवस्था में रह सकें। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि वह हर रोज अपने एनिमल हाउस में लौटें। एनिमल हाउस में उनके भोजन का प्रबंध रहेगा।
इटावा सफारी में शेरनी जेसिका
– फोटो : अमर उजाला
सीजेडए से मिल चुकी अनुमति
लायन सफारी को सैलानियों के लिए खोले जाने से सेंट्रल जू अथॉरिटी (सीजेडए) की अनुमति जरूरी है। पार्क के डिप्टी डॉयरेक्टर सुरेशचंद्र राजपूत ने बताया कि पहले सीजेडए के नियमों की वजह से अड़चन रही। इसमें सफारी में कम से कम 10 शावकों के होने और मेल फीमेल शेर की निर्धारित संख्या में होना जरूरी था। उच्चाधिकारियों के प्रयास से सीजेडए ने अपने नियमों को शिथिल किया है। लायन सफारी के खुलने का रास्ता साफ हुआ है।
लायन सफारी को हर सूरत में 15 अक्तूबर तक खोलने का प्रयास कर रहे हैं। उम्मीद है कि इसमें पूरी सफलता मिलेगी। पर्यटकों के यहां आने का मकसद भी पूरा होगा। एक अक्तूबर से शिंबा और सुलतान की ट्रेनिंग सॉफ्ट रिलीजिंग शुरू कर देंगे। लायन सफारी खुलने पर पर्यटकों से कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जाएगा।
वीके सिंह, डायरेक्टर, इटावा सफारी पार्क
Source link
Discussion about this post